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Saturday, November 3, 2018

थर्ड AC - भाग - २

मैने मुस्कुराकर सर हिला दिया, 
"नहीं होगी"   
अपना सामान सीट के नीचे रख कर वह उसी तरह पैर रख कर बैठ गयी, जिस तरह कुछ देर पहले उसी सीट पर मैं बैठा था । ट्रेन चल पड़ी, मैं बगल की सीट पर बैठे बैठे ये याद करने की कोशिश कर रहा था की बाहर चार्ट में  40 नंबर की बर्थ पर क्या नाम लिखा था ?

तभी TC आया और हमारे बीच में खड़ा हो गया, मैंने अपनी जेब से टिकट निकाल कर आगे कर दी और फिर उसने भी।

मेरी टिकट वापस करने के बाद TC ने उसकी टिकट हाथ में ली, कुछ देर देखा, कोट की अंदर वाली जेब से पेन निकाल कर टिकट पर चार टिक लगाए और फिर थोड़ी देर रुक गया, फिर अपना चार्ट देखा और उसकी तरफ देखते हुए बोला,

"मैडम ID दिखाइए"

वह ज़रा सी घबरा गई, कांपते हाथों से ID पर्स से निकाला और TC को दे दिया, वह ये उम्मीद लगाए बैठी थी की TC कुछ ना कहे और मैं इस उम्मीद में था की कम से कम उसका नाम तो ले।

उसने मेरी तरफ देखा, मानो उसकी आँखें  डाँटते हुए मुझसे ये कह रही थी "आप तो कह रहे थे कि कोई प्रॉब्लम नहीं होगी" !!। 
मैंने उंगली अपने होंठों पर रखी, और इशारा किया "sssshh"।

कुछ देर बाद TC ने पांचवा टिक लगा कर उसे उसका ID और टिकट वापस कर दिया। उसने लंबी सांस लेते हुए टिकट हाथ में लिया फिर मेरी ओर देखते हुए मस्कुराकर कहा .. 

"थैंक यू , विशाल" !!

मैंने हैरानी से अपनी भौहें तानी ... "जी" ??
"आपको ... ? आपको मेरा .....  ? "

उसने फिर मुस्कराते हुए मुझे बीच में ही रोकते हुए कहा 

"लड़की अगर ट्रेन में अकेले सफर कर रही हो, तो चार्ट तो उसे भी देखना पड़ेगा ना " ?


Pic From: https://www.inmarathi.com/unknown-rules-about-indian-railway/indian_railways-marathipizza1/

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