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Saturday, February 18, 2012

waqt boodha ho chala hai ab.... dheere dheere chalta hai langdaate hue... dhal rahi hai umr... taankta rehta hai.... khaali aasmaano ko..... suraj ki roshni halki ho chali hai.... uss jhurrriyon bhari aakhon mein saaf saaf dikhta hai... waqt boodha ho chala hai ab

Sunday, February 12, 2012


प्यार की भी उम्र... होती है..... गुज़र जातीं हैं मोहोब्बतें..... वक़्त ढलते ढलते .....

ज़रा ज़रा सा तुझे ... इन शेरों में डालता हूँ.... तुझे दिल से निकालने की ... बस ये तरकीब बाकी है....
क़त्ल हो जाना भी  मंज़ूर था हमे .....  पर तेरी मोहोब्बत कुछ ख़ुदकुशी सी लगी....
कुछ पीने की आदत कुछ जीने की..... मैखानो से दोस्ती... की  बस ये कहानी है...

प्यार में इस कदर चूर था दिल.... के जब टूटा तो एहहास भी न हुआ....

Wednesday, February 8, 2012

जिन्हें कसम खिलाई गयी दोस्ती की.... वो इंसा भी भूखे मरते नज़र आये... 
होश आया तो जाने क्या क्या लुट चूका था... न दोस्त रहे ... न दोस्ती रही ... 
मैं उम्मीदों की लाशों पे बैठा हूँ..... अब भी तेरे इंतज़ार में ...
इससे बड़ी सजा और क्या होती... चंद मोहलत और मिल गयी जीने के लिए.... 
मुझे दुश्मनों का खौफ नहीं.... मुझे दोस्ती डराती है..

चलो दिल के  ज़ख्मो पे.... लब्जों का कुछ मरहम लगाया जाए ....